पवित्र सावन मास के सेकंड सोमवार की सभी को हार्दिक शुभकामनाएं, भगवान भोलेनाथ हम सब पर अपनी कृपा दृष्टि बनाए रखें... 🙏
जय जय शिव शंभू 🙏🏻
श्री शिवाय नमस्तुभ्यं 🙏🏻
ॐ नमः पार्वती पतये हर हर महादेव🔱 🚩
#सावन_सोमवार
ॐ नमः शिवाय 🔱🙌
Prachin Sri Gauri Shiv Shankar Manokamana Siddh Mandir (Sri Shiv Mandir) Mahant/Pujari/Priest:- Sri Pappu Baba ( Mr. Raj Kumar Pandey) Collectorate Ghat Patna Bihar India
पवित्र सावन मास के सेकंड सोमवार की सभी को हार्दिक शुभकामनाएं, भगवान भोलेनाथ हम सब पर अपनी कृपा दृष्टि बनाए रखें... 🙏
जय जय शिव शंभू 🙏🏻
श्री शिवाय नमस्तुभ्यं 🙏🏻
ॐ नमः पार्वती पतये हर हर महादेव🔱 🚩
#सावन_सोमवार
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हिंदू धर्म में किसी भी मांगलिक या शुभ कार्य को करने से पहले पंचांग की सहायता से भगवान के दर्शन अवश्य करें क्योंकि इससे सिद्ध होता है कि शुभ-अशुभ कार्य में किए गए कार्य के परिणाम नीचे दिए गए हैं। मार्च महीने में विवाह से लेकर गृह प्रवेश जैसे शुभ कार्य के लिए कई शुभ उत्सव बन रहे हैं। तो जारी हैं मार्च माह में शुभ त्योहारों की सूची।
Shiv Pujan: सोमवार के दिन राशिनुसार भगवान शिव को चढ़ाएं ये चीजें, बनी रहेगी महादेव की कृपा!
Shiv Pujan: हिंदू धर्म में सोमवार का दिन बहुत विशेष होता है. ये दिन भगवान शिव को समर्पित किया गया है. मान्याता है कि इस दिन भोलेनाथ का पूजन करने से जीवन की सभी समास्याएं खत्म हो जाती हैं. साथ ही घर में सुख-समृद्धि आती है. अगर शिव जी को प्रसन्न करना चाहते हैं, तो आपको सोमवार राशिनुसार ये चीजें चढ़ाएं.
Shiv Pooja Ki Vidhi: हिंदू धर्म में हर तिथि और वार अपना विशेष महत्व रखती है. हिंदू धर्म में हर वार किसी न किसी देवता को समर्पित है. सोमवार का दिन भगवान शिव को समर्पित किया गया है. सोमवार का दिन बहुत ही पवित्र माना जाता है. हिंदू धर्म शास्त्रों में सोमवार को भगवान शिव के पूजन का विधान है.
हिंदू मान्यताओं के अनुसार…
हिंदू मान्यताओं के अनुसार, सोमवार को शिव जी का पूजन करने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है. इस दिन जो भी भगवान शिव का पूजन करता है उस पर भगवान शिव विशेष कृपा करते हैं. सोमवार को भगवान शिव का पूजन करने वालों के जीवन की सारी मुश्किलें और परेशानियां समाप्त हो जाती हैं. घर में अन और धन का भंडार भरा रहता है. इस दिन भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने के लिए राशिनुसार कुछ विशेष चीजें भगवान शिव को पूजा के समय चढ़ानी चाहिए. इसके अलावा सोमवार को व्रत भी करना चाहिए.
राशिनुसार, भगवान शिव को चढ़ाएं ये चीजें
मेष राशि के जातक सोमवार के दिन भगवान शिव को बेल पत्र चढ़ाएं.
वृषभ राशि के जातक इस दिन भगवान शिव को खीर अर्पित करें.
मिथुन राशि के जातक इस दिन भगवान शिव को भांग चढ़ाएं.
कर्क राशि के जातक इस दिन भगवान शिव को आक के फूल चढ़ाएं.
सिंह राशि के जातक इस दिन भगवान शिव का अभिषेक करें.
कन्या राशि के जातक इस दिन भगवान शिव को दूध की मिठाई चढ़ाएं.
तुला राशि के जातक इस दिन भगवान शिव को इत्र चढ़ाएं.
वृश्चिक राशि के जातक इस दिन भगवान शिव को पंचामृत चढ़ाएं.
मकर राशि के जातक इस दिन भगवान शिव को नारियल और कलावा चढ़ाएं.
कुंभ राशि के जातक इस दिन भगवान शिव को तिल के लड्डू चढ़ाएं.
मीन राशि के जातक इस दिन भगवान शिव को पीले फूल चढ़ाएं.
सोमवार को शिव जी के पूजन की विधि
सोमवार के दिन ब्रह्म मुहूर्त में स्नान कर साफ वस्त्र पहनने चाहिए. फिर सूर्य देव को जल देना चाहिए. पंचामृत से विधिपूर्वक भोलेनाथ का अभिषेक करना चाहिए. एक चौकी पर लाल कपड़ा बिछाकर भगवान शिव की प्रतिमा या तस्वीर रखनी चाहिए. भगवान शिव को पूजा के समय सफेद चंदन का तिलक लगाना चाहिए. महादेव को सफेद फूल, धतूरा, भांग और बेलपत्र चढ़ाना चाहिए. महादेव के सामने देशी घी का दीपक जलाना चाहिए. सोमवार की व्रत कथा का पाठ करना या सुनना चाहिए. भगावन को खीर, फल और मिठाई का भोग लगाना चाहिए. अंत में आरती करके साद का वितरण करना चाहिए.
Som Pradosh Vrat : सोम प्रदोष व्रत आज, नोट कर लें शुभ मुहूर्त और पूजा-विधि
Som Pradosh Vrat Date : प्रदोष व्रत भोले शंकर को ही समर्पित होते हैं। हिंदू धर्म में प्रदोष व्रत का बहुत अधिक महत्व होता है। साल में कुल 24 प्रदोष व्रत पड़ते हैं। इस समय माघ माह चल रहा है।
Som Pradosh Vrat Date : प्रदोष व्रत भोले शंकर को ही समर्पित होते हैं। हिंदू धर्म में प्रदोष व्रत का बहुत अधिक महत्व होता है। साल में कुल 24 प्रदोष व्रत पड़ते हैं। इस समय माघ माह चल रहा है। हर माह में दो बार प्रदोष व्रत पड़त है। एक कृष्ण पक्ष में और एक शुक्ल पक्ष में। माघ माह में पड़ने वाले प्रदोष व्रत का बहुत अधिक महत्व होता है। प्रदोष व्रत में प्रदोष काल में ही पूजा का विशेष महत्व होता है। प्रदोष काल संध्या के समय सूर्यास्त से लगभग 45 मिनट पहले शुरू हो जाता है। कहा जाता है कि प्रदोष काल में भगवान शिव की पूजा करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सप्ताह के सातों दिन के प्रदोष व्रत का अपना विशेष महत्व होता है। प्रदोष व्रत करने से संतान सुख की प्राप्ति होती है। इस व्रत को करने से संतान पक्ष को भी लाभ होता है। इस व्रत को करने से भगवान शंकर और माता पार्वती की विशेष कृपा प्राप्त होती है। माघ माह के कृष्ण पक्ष का प्रदोष व्रत 27 जनवरी, सोमवार को रखा जाएगा। यह प्रदोष व्रत सोमवार को पड़ रहा है, इसलिए इसे सोम प्रदोष व्रत कहा जाता है। माघ माह का प्रदोष व्रत आज यानी 10 फरवरी, सोमवार को है।
मुहूर्त- आज माघ शुक्ल त्रयोदशी तिथि, पुनर्वसु नक्षत्र, प्रीति योग, कौलव करण, पूर्व का दिशाशूल और मिथुन राशि में चंद्रमा है। त्रयोदशी तिथि 09 फरवरी को शाम 07:25 पी एम से 10 फरवरी तक है।
प्रदोष काल- 9 फरवरी को शाम 7 बजकर 25 मिनट से रात 9 बजकर 7 मिनट तक।
पूजा-विधि:
सुबह जल्दी उठकर स्नान कर लें।
स्नान करने के बाद साफ-स्वच्छ वस्त्र पहन लें।
घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित करें।
अगर संभव है तो व्रत करें।
भगवान भोलेनाथ का गंगा जल से अभिषेक करें।
भगवान भोलेनाथ को पुष्प अर्पित करें।
इस दिन भोलेनाथ के साथ ही माता पार्वती और भगवान गणेश की पूजा भी करें। किसी भी शुभ कार्य से पहले भगवान गणेश की पूजा की जाती है।
भगवान शिव को भोग लगाएं। इस बात का ध्यान रखें भगवान को सिर्फ सात्विक चीजों का भोग लगाया जाता है।
भगवान शिव की आरती करें।
इस दिन भगवान का अधिक से अधिक ध्यान करें।
हर महीने में पितरों को प्रसन्न करने के लिए अमावस्या मनाई जाती है। यह तिथि भगवान शिव पितरों और विष्णु जी को प्रसन्न करने के लिए खास मानी जाती है। पंचांग के अनुसार इस बार मौनी अमावस्या आज यानी 29 जनवरी (Mauni Amavasya 2025) को मनाई जा रही है। धार्मिक मान्यता है कि मौनी अमावस्या पर महादेव की उपासना करने से घर में सुख-शांति का आगमन होता है।
माघ के महीने में कई पर्व मनाए जाते हैं। इनमें मौनी अमावस्या (Mauni Amavasya 2025) भी शामिल है। इस दिन पितरों तर्पण और पिंडदान किया जाता है। साथ ही पूजा महादेव की पूजा के दौरान आरती जरूर करनी चाहिए। धार्मिक मान्यता है कि मौनी अमावस्या के दिन शिव जी की आरती करने से सभी दोष दूर होते हैं और पितृ देव प्रसन्न होते हैं। साथ ही जीवन की हर बाधा दूर होती है।
।।शिव जी की आरती।।
जय शिव ओंकारा ॐ जय शिव ओंकारा ।
ब्रह्मा विष्णु सदा शिव अर्द्धांगी धारा ॥ ॐ जय शिव...॥
एकानन चतुरानन पंचानन राजे ।
हंसानन गरुड़ासन वृषवाहन साजे ॥ ॐ जय शिव...॥
दो भुज चार चतुर्भुज दस भुज अति सोहे।
त्रिगुण रूपनिरखता त्रिभुवन जन मोहे ॥ ॐ जय शिव...॥
अक्षमाला बनमाला रुण्डमाला धारी ।
चंदन मृगमद सोहै भाले शशिधारी ॥ ॐ जय शिव...॥
श्वेताम्बर पीताम्बर बाघम्बर अंगे ।
सनकादिक गरुणादिक भूतादिक संगे ॥ ॐ जय शिव...॥
कर के मध्य कमंडलु चक्र त्रिशूल धर्ता ।
जगकर्ता जगभर्ता जगसंहारकर्ता ॥ ॐ जय शिव...॥
ब्रह्मा विष्णु सदाशिव जानत अविवेका ।
प्रणवाक्षर मध्ये ये तीनों एका ॥ ॐ जय शिव...॥
काशी में विश्वनाथ विराजत नन्दी ब्रह्मचारी ।
नित उठि भोग लगावत महिमा अति भारी ॥ ॐ जय शिव...॥
त्रिगुण शिवजीकी आरती जो कोई नर गावे ।
कहत शिवानन्द स्वामी मनवांछित फल पावे ॥ ॐ जय शिव...॥
॥ श्री गंगा मैया आरती ॥
नमामि गंगे ! तव पाद पंकजम्,
सुरासुरैः वंदित दिव्य रूपम् ।
भक्तिम् मुक्तिं च ददासि नित्यं,
हर हर गंगे, जय माँ गंगे,
हर हर गंगे, जय माँ गंगे ॥
ॐ जय गंगे माता,
श्री जय गंगे माता ।
जो नर तुमको ध्याता,
मनवांछित फल पाता ॥
चंद्र सी जोत तुम्हारी,
जल निर्मल आता ।
शरण पडें जो तेरी,
सो नर तर जाता ॥
॥ ॐ जय गंगे माता..॥
पुत्र सगर के तारे,
सब जग को ज्ञाता ।
कृपा दृष्टि तुम्हारी,
त्रिभुवन सुख दाता ॥
॥ ॐ जय गंगे माता..॥
एक ही बार जो तेरी,
शारणागति आता ।
यम की त्रास मिटा कर,
परमगति पाता ॥
॥ ॐ जय गंगे माता..॥
आरती मात तुम्हारी,
जो जन नित्य गाता ।
दास वही सहज में,
मुक्त्ति को पाता ॥
॥ ॐ जय गंगे माता..॥
ॐ जय गंगे माता,
श्री जय गंगे माता ।
जो नर तुमको ध्याता,
मनवांछित फल पाता ॥
ॐ जय गंगे माता,
श्री जय गंगे माता ।
पवित्र सावन मास के सेकंड सोमवार की सभी को हार्दिक शुभकामनाएं, भगवान भोलेनाथ हम सब पर अपनी कृपा दृष्टि बनाए रखें... 🙏 जय जय शिव शंभू 🙏🏻 श...