Sunday, July 28, 2024

Happy Sawan Dusra Somwar Everyone


Sawan Second Monday 2024: सावन का दूसरा सोमवार आज, अभी नोट कर लें पूजा सामग्री, विधि और शुभ मुहूर्त


Sawan Dusra Somwar 2024: 




श्रावण मास का सोमवार व्रत शिव पूजा के लिए विशेष महत्व वाला माना जाता है. पंचांग के अनुसार सावन महीने की शुरुआत 22 जुलाई से हो गई है. धार्मिक मान्यता है कि सावन सोमवार व्रत करने से व्यक्ति की मनचाही इच्छा पूरी होती है. आइए जानते हैं सावन के दूसरे सोमवार के शुभ मुहूर्त और पूजा विधि के बारे में.



Sawan Somwar ki Puja Kaise
 Kare: 



श्रावण मास का सावन सोमवार व्रत भोलोनाथ की असीम कृपा पाने और उन्हें प्रसन्न करने के लिए बेहद विशेष महत्व वाला माना जाता है. इस साल सावन की शुरुआत ही सोमवार से हुई थी और इसका समापन भी सोमवार के दिन ही होगा. इस बार श्रावण में 5 सावन सोमवार व्रत हैं, जिसकी वजह से भी सावन का महीना महत्वपूर्ण है. सावन का पहला सोमवार 22 जुलाई को था. अब दूसरा सावन सोमवार का व्रत आज रखा जाएगा. शिव पुराण के अनुसार, सावन का महीना शिव जी को सबसे प्रिय है. ऐसे में जो भक्त सावन में महादेव की पूजा करता है और सोमवार के दिन व्रत रखता है, उससे महादेव प्रसन्न होते हैं और उसे सुखी जीवन का आशीर्वाद देते हैं.

धार्मिक मान्यता है कि सावन माह के सोमवार के दिन भगवान शिव की विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना करने से व्यक्ति की हर मनचाही इच्छा पूरी होती है और भोलेनाथ की कृपा से उसकी सभी समस्याएं दूर हो जाती हैं. मान्यताओं के अनुसार, सावन का महीना देवों के देव महादेव को बेहद प्रिय है. ऐसा कहा जाता है कि जो भी भक्त इस माह में सच्चे मन से शिव जी और माता पार्वती की पूजा और व्रत करता है, उसे सुख-समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होता है और महादेव की कृपा बरसती है. सावन का दूसरा सोमवार व्रत 29 जुलाई 2024 यानी आज है.

सावन दूसरा सोमवार 2024 तिथि (Sawan dusra somwar 2024 tithi)


सावन मास का दूसरा सावन सोमवार व्रत 29 जुलाई यानी आज रखा जाएगा. हिंदू पंचांग के अनुसार, श्रावण मास के कृष्ण पक्ष की नवमी तिथि 29 जुलाई के दिन सुबह से शुरू होकर लेकर शाम 05 बजकर 55 मिनट तक है. उसके बाद से षष्ठी तिथि शुरू हो जाएगी.

सावन दूसरा सोमवार 2024 शुभ मुहूर्त (Sawan Dusra somwar shubh muhurat)

सावन के दूसरे सोमवार पर भरणी नक्षत्र- 29 जुलाई सुबह 10 बजकर 55 मिनट तक है, उसके बाद कृत्तिका नक्षत्र है.

सावन दूसरे सोमवार पर गण्ड योग- 29 जुलाई सुबह से शाम 05 बजकर 55 मिनट तक है, इसके बाद वृद्धि योग रहेगा.

सावन दूसरा सोमवार पर ब्रह्म मुहूर्त – 29 जुलाई सुबह काल 04 बजकर 17 मिनट से 04 बजकर 59 मिनट तक.

सावन दूसरा सोमवार अभिजीत मुहूर्त – 29 जुलाई दोपहर 11 बजकर 48 मिनट से बजे से 12 बजकर 42 तक.

सावन के दूसरे सोमवार के दिन कालसर्प दोष निवारण की पूजा राहुकाल में शिव मंदिर में करते हैं. सावन के दूसरे सोमवार पर राहुकाल 29 जुलाई सुबह 07 बजकर 23 मिनट से सुबह 09 बजकर 04 मिनट तक है.

सावन दूसरा सोमवार रुद्राभिषेक समय (Sawan somwar rudrabhishek time)

सावन माह के किसी भी दिन या प्रत्येक दिन आप रुद्राभिषेक कर सकते हैं, क्योंकि सावन का हर दिन शिव पूजा के लिए समर्पित है. वैसे ही रुद्राभिषेक के दिन सावन सोमवार का दिन बहुत ही उत्तम दिन है. रुद्राभिषेक के लिए शिववास देखा जाता है. सावन के दूसरे सोमवार के दिन शिववास 29 जुलाई 2024 को सुबह से शाम 05 बजकर 55 मिनट तक है.

सावन सोमवार पूजा सामग्री लिस्ट (Sawan Somwar puja samagri)

पंच फल, पंच मेवा, पुष्प, शुद्ध घी, गंगाजल, पंच रस, शहद, गाय का दूध, दही, कपूर, भांग, गन्ने का रस, धूप, दीप, माता पार्वती श्रृंगार सामग्री, चंदन, धतूरा, बेल पत्र, इत्र, जनेऊ, मौली, रोली, शक्कर, पवित्र जल, बेर, भांग, पंच मिष्ठान आदि.

सावन सोमवार पूजा विधि (Sawan Somwar Vrat Puja Vidhi)


सावन सोमवार के दिन सुबह उठकर स्नान कर साफ कपड़े पहन लें.

इसके बाद मंदिर की सफाई कर गंगाजल के छिड़काव करें.

फिर शिवजी का दही, गंगाजल, दूध, घी और शक्कर आदि से रुद्राभिषेक करें.

इसके बाद उन्हें बेलपत्र, चंदन, अक्षत, फल आदि चीजें अर्पित करें.

फिर दीपक जलाकर आरती करें और शिव मंत्रों का जप करें.

इसके साथ ही शिव चालीसा का पाठ करना भी शुभ फलदायी होगा.

अंत में महादेव को सफेद मिठाई, हलवा, दही, पंचामृत, भांग का भोग लगाएं.

बाद में इस प्रसाद को सभा लोगों में वितरण करें.

सावन सोमवार पर क्या करना चाहिए?

सावन सोमवार के दिन व्रत रखकर भगवान शिव, माता पार्वती और गणेश जी की विधिपूर्वक पूजा करें.

सावन महीने के दूसरे सोमवार पर स्नान-ध्यान के बाद, गंगाजल या कच्चे दूध से भगवान शिव का अभिषेक करें.

शिवजी की पूजा के दौरान ॐ नमः शिवाय मंत्र का जाप करें.

अगर श्रावण मास में पूरे महीने शिव पूजा न कर पाएं, तो सावन सोमवार पर भोलेनाथ का जलाभिषेक जरूर करें.

सावन सोमवार के दिन शिव मंत्रों का जाप करें और शिव चालीसा का पाठ करें.

अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति और नवग्रह शांति के लिए सावन सोमवार के दिन रुद्राभिषेक कराएं.

सावन सोमवार व्रत भगवान शिव मंत्र (Lord Shiv Mantra)



1. ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् ।

उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् ।।

2. मन्दाकिनीसलिलचन्दनचर्चिताय नन्दीश्वरप्रमथनाथमहेश्वराय ।


मन्दारपुष्पबहुपुष्पसुपूजिताय तस्मै मकाराय नम: शिवाय ।।

3. नागेन्द्रहाराय त्रिलोचनाय भस्माङ्गरागाय महेश्वराय ।

नित्याय शुद्धाय दिगम्बराय तस्मै नकाराय नम: शिवाय ।।

4. शिवाय गौरीवदनाब्जवृन्द सूर्याय दक्षाध्वरनाशकाय ।

श्रीनीलकण्ठाय वृषध्वजाय तस्मै शिकाराय नम: शिवाय ।।

सावन सोमवार का महत्व

ऐसा कहा जाता है कि सावन सोमवार का व्रत करने से माता पार्वती को भगवान शिव पति रूप में मिले थे, इसलिए यह व्रत मनचाहे वर की प्राप्ति के लिए अविवाहित महिलाओं द्वारा भी रखा जाता है. वहीं, विवाहित महिलाएं अपने खुशहाल वैवाहिक जीवन के लिए यह व्रत रखती हैं. सावन का महीना भगवान शिव को प्रिय माना जाता है और सावन के सभी सोमवार बहुत शुभ होते हैं. इस दिन पूर्ण श्रद्धा के साथ सोमवार का व्रत रखकर भगवान शिव की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं.

   प्राचीन श्री गौरी शिव शंकर मनोकामना सिद्ध मंदिर
(श्री शिव मन्दिर ) 

 महंत जी :- श्री पप्पू बाबा उर्फ़ श्री राज कुमार पाण्डेय कलेक्ट्रियट घाट पटना इण्डिया 

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