प्राचीन श्री गौरी शिव शंकर मनोकामना सिद्ध मन्दिर (श्री शिव मन्दिर) आपसभी भगतगणो को चित्र गुप्त पूजा की हार्दिक शुभकामनाएं महंत/पुजारी:- श्री पप्पू बाबा(उर्फ श्री राज कुमार पाण्डेय) कॉलेक्ट्रीट घाट पटना बिहार इंडिया
Chitragupta Puja 2022 Date:
दिवाली के दूसरे दिन यानि कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि को चित्रगुप्त पूजा का आयोजन होता है. चित्रगुप्त पूजा भी दो दिन आज 26 अक्टूबर और कल 27 अक्टूबर को मनाया जा रहा है. यहां जानें सही तारीख और मुहूर्त।
Chitragupta Puja 2022 Date: दिवाली के दूसरे दिन यानि कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि को चित्रगुप्त पूजा का आयोजन होता है. इस साल धनतेरस और भाई दूज की तरह ही चित्रगुप्त पूजा की तारीख पर भी लोगों में असमंजस की स्थिति दिख रही है. चित्रगुप्त पूजा भी दो दिन आज 26 अक्टूबर और कल 27 अक्टूबर को मनाया जा रहा है. काशी के ज्योतिषाचार्य चक्रपाणि भट्ट के अनुसार, चित्रगुप्त पूजा हमेशा द्वितीया तिथि को मनाते हैं, जो यम द्वितीया के नाम से भी प्रचलित है. यम द्वितीया या भाई दूज के दिन ही चित्रगुप्त पूजा करने का विधान है. ऐसे में पंचांग के आधार पर उदयातिथि को देखते हुए चित्रगुप्त पूजा 27 अक्टूबर को करना श्रेष्ठ रहेगा. आइए जानते हैं चित्रगुप्त पूजा का शुभ मुहूर्त और तिथि. व।चित्रगुप्त पूजा 2022 सही तारीख
काशी विश्वनाथ ऋषिकेश पंचांग के आधार पर कार्तिक शुक्ल द्वितीया तिथि 26 अक्टूबर को दोपहर 03:35 बजे से शुरू हो रही है. यह तिथि 27 अक्टूबर गुरुवार को दोपहर 02:12 बजे समाप्त होगी. उदयातिथि की मान्यता के अनुसार, चित्रगुप्त पूजा 27 अक्टूबर को मनाया जाना शास्त्र सम्मत है. चित्रगुप्त पूजा मुहूर्त 2022
आयुष्मान योग: प्रात:काल से सुबह 07:27 बजे तकसौभाग्य योग: सुबह 07:27 बजे से 28 अक्टूबर को प्रात: 04:33 बजे तकसर्वार्थ सिद्धि योग: दोपहर 12:11 बजे से लेकर 28 अक्टूबर को सुबह 06:30 बजे तकअभिजित मुहूर्त: सुबह 11:42 बजे से दोपहर 12:27 बजे तकराहुकाल: दोहपर 01:29 बजे से दोपहर 02:52 बजे तक
चित्रगुप्त पूजा के दिन भद्रा का साया नहीं है, इसलिए आप राहुकाल को छोड़कर इन सभी शुभ योग और मुहूर्त में चित्रगुप्त पूजा कर सकते हैं।
चित्रगुप्त पूजा 2022 दिन-रात के शुभ समय
लाभ-उन्नति: सुबह 06:29 बजे से सुबह 07:53 बजे तकअमृत-सर्वोत्तम: सुबह 07:53 बजे से सुबह 09:17 बजे तकशुभ-उत्तम: सुबह 10:41 बजे से दोपहर 12:05 बजे तकलाभ-उन्नति: शाम 04:17 बजे से शाम 05:41 बजे तकशुभ-उत्तम: शाम 07:17 बजे से रात 08:53 बजे तकअमृत-सर्वोत्तम: रात 08:53 बजे से रात 10:29 बजे तक चित्रगुप्त पूजा का महत्व
सभी मनुष्यों के कर्म फल का लेखा-जोखा रखने का कार्य चित्रगुप्त करते हैं. लेखा-जोखा कार्य कलम के माध्यम से होता है, इसलिए चित्रगुप्त पूजा के दिन कलम और दवात की पूजा की जाती है. कायस्थ समाज इस दिन चित्रगुप्त, लेखनी, बहीखाता आदि की पूजा करता है. चित्रगुप्त के आशीर्वाद से बुद्धि, वाणी के साथ बिजनेस में तरक्की होती है. चित्रगुप्त पूजा के दिन लेखन कार्य नहीं करते हैं
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